शिक्षक भर्ती धांधली 2025-

नमस्कार दोस्तों ,
एक बहुत बड़ी चौका देने वाली खबर हम सबके बीच आ चुकी है, महाराष्ट्र में शालार्थ घोटाले की जांच कर रही एक विशेष जांच टीम ने बताया कि 547 शिक्षकों की भर्ती फर्जी तरीके से की गई है,इन शिक्षकों की भर्ती , भर्ती नियमों का अनदेखा करते हुए किया गया है, एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार घोटाले की अनुमानित राशि 100 करोड़ रुपए हो सकती है|
आइए अब जानते हैं विस्तार से आखिरकार पूरा मामला क्या है?
शालार्थ मामले से जुड़े हुए एक अधिकारी ने बताया कि जांच के उपरांत विशेष जांच टीम ने पाया कि 622 शिक्षकों की भर्ती में से केवल 75 को ही भर्ती नियमों का पालन करते हुए भर्ती किया गया था,बचे हुए 547 को भर्ती नियमों का अवहेलना करते हुए फर्जी पहचान पत्र लगाकर भर्ती किया गया था|
फर्जी तरीके से भर्ती किए गए 547 शिक्षकों में से प्रत्येक शिक्षक से 20-30 लाख रुपए वसूल किए गए थे|
इस प्रकार से हम अनुमान लगा सकते हैं कि घोटाले की राशि 100 करोड़ रुपए से अधिक की हो सकती है|
विशेष जांच टीम की प्रमुख और सहायक पुलिस आयुक्त सुनीता मेश्राम ने आगे बोला कि जांच अब शिक्षा विभाग के उप निदेशको के अलावा ,शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों पर भी केन्द्रित है,पूरे मामले की जांच करने पर और लोग भी गिरफ्तार हो सकते हैं|
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेवा निवृत्त उपनिदेशक सतीश मेंढे को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम रवाना हुई थी , लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें उनके आवास पर नहीं पाया गया|
आखिरकार विशेष जांच टीम कब बनाई गई थी और इसका उद्देश्य क्या था?
विशेष जांच टीम अप्रैल में बनाईं गई थी और इसका उद्देश्य पूरे मामले की जांच करनी थी ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिरकार कैसे फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल कर शालार्थ पोर्टल के माध्यम से वेतन वितरण किया गया था|
आइए अब आखिर में जानते हैं आखिरकार शालार्थ क्या है?
शालार्थ, महाराष्ट्र सरकार का केंद्रीयकृत पोर्टल है , जिसका उद्देश्य सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के कर्मचारियों के वेतन और सेवा रिकॉर्ड को प्रबंधित करता है |