उत्तर प्रदेश की ग्रीन हाउस और पाली हाउस तकनीक-

उत्तर-प्रदेश सरकार ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को काफी तेजी से बढ़ावा दे रही है , ग्रीन हाउस और पाली हाउस तकनीक के इस्तेमाल से किसानों के जीवन में काफी सुधार हो रहा है, किसने की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत हो रही है, उत्तर प्रदेश सरकार ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं, जिसके तहत किसानों को दिन प्रतिदिन प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि किसान ग्रीन हाउस और पाली हाउस तकनीक का काफी कुशलता के साथ इस्तेमाल कर सकें|

आईए अब प्रश्नोत्तरी के माध्यम से  हम विस्तार से जानते हैं कि आखिरकार पूरा मामला क्या है ?

उत्तर-प्रदेश की योगी सरकार ने उत्तर-प्रदेश के किसानों को तकनीकी ढंग से खेती करने के लिए ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी दो तकनीक को काफी बढ़ावा दे रही है ,

ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को अपनाने से उत्तर-प्रदेश के किसानों को कौन-कौन से प्रत्यक्ष लाभ मिल सकते हैं ?

ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को अपनाने से उत्तर प्रदेश के किसानों को निम्न प्रकार के लाभ मिलेंगे –

ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को अपनाने से फसल फसल नहीं रहने पर भी किसान इच्छित फसल उगा सकते हैं|

ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को अपनाने से किसान फसल उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैं|

• ग्रीनहाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को अपनाने से किसान अपनी फसल को मौसम प्रभाव जैसे – धूप, बारिश,ओला से पूरी तरह से सुरक्षित रख सकते हैं|

• किस किसी भी मौसम में किसी भी फसल जैसे टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा, बीन्स जैसी पौष्टिक सब्जियों को और किसी भी तरह के अनाज को पैदा कर सकते हैं|

• ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को अपनाने से फसल गुणवत्ता में वृद्धि होती है, उसकी वजह से जब किसान फसल लेकर बाजार में बेचने जाते हैं तो उनको फसल विक्रय पर बढ़िया धन की प्राप्ति होती है, जिससे किसानों की आय बढ़ जाती है और उनके जीवन स्तर में सुधार होता है|

 

वर्तमान में उत्तर प्रदेश के कितने जिलों के किसानों को ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी संरक्षित तकनीकी  सुविधा प्रदान की जा रही है ?

वर्तमान में उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बहराइच, सुल्तानपुर, बाराबंकी, सीतापुर, अमेठी जैसे 44 जिलों में ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी संरक्षित तकनीकी सुविधा प्रदान की जा रही है|

44 जिलों में से 24 जिलों में ग्रीन हाउस और पाली हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं जबकि 20 जिलों में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है|

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी का संकल्प है किसान फसल उत्पादन और गुणवत्ता दोनों को बेहतर कर सकें और फसल के ताजा उत्पादन को उपलब्ध करा सकें|

ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीकी विकास किस योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है ?

ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक का विकास कृषि अवसंरचना निधि योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है|

इसके साथ ही साथ एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अन्तर्गत इन सारे कामों पर सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है |

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी ने ग्रीन हाउस और पाली हाउस जैसी तकनीक को उत्साहित करने के लिए किस प्रकार की पहल की है ?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी ने यह तय कर लिया है कि प्रदेश के हर किसान को तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जाए ,इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए 37 ग्रीन हाउस पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं,जो उत्पादन के लिए बिल्कुल तैयार हैं, इसके अलावा 29 ग्रीन हाउस निर्माणाधीन हैं जिन्हें जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा,

उत्तर प्रदेश के किन-किन जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं ?

उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बागपत, सहारनपुर,मेरठ, बहराइच, शामली ,एटा, बरेली, कासगंज , कौशांबी, हरदोई, मिर्जापुर, उन्नाव, और अन्य ढेर सारे जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं|

       
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